* गौरा भी मुख्यता नारी पर्व है जो दीपावली के बाद धूमधाम से मनाया जाता है।
* गौरा के अवसर पर महादेव और पार्वती की प्रतिमाएं स्थापित की जाती है और उन्हीं का पूजन किया जाता है।
* गीत-गाते नारियॉ इतनी भाव-विभोर हो जाती है कि इन पर देवता चढ़ जाता है, जिसे ‘देवचघी‘ या ‘देवता बइठई‘ के नाम से जाना जाता है।
* इन गीतों में महादेव और पार्वती स्तुति के अलावा ऐतिहासिक और पौराणिक घटनाओं का उल्लेख मिलता है।
Geri gura ke got chahiye cg me
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