* बीरम गीत खानाबदोंश देवार जाति की स्त्रियों द्वारा गाया जाने वाला गीत है।
* घुमक्कड़ स्वभाव के कारण इन प्रचलित बीरमगीतों में विभिन्न क्षेत्रों के ऐतिहासिक संदर्भो का बखान मिलता है।
* बीरमगीत के मध्य जब स्त्रियॉ चूड़ी खनकाती है, तब यह गीत उनके करूण एवं हृदयविदारक जीवन से मिलकर रस की वर्षा करता है।
बालगीत
* छत्तीसगढ़ के बालक-बालिकाओं के गीत भी बड़ी संख्या में प्रचलित है।
बच्चे इन गीतों को खेलते समय गाते है।
* मनोरंजन हेतु बने हुए गीतों में कहीं कहीं बाल मनोविज्ञान की बातें भी कहीं गई है।
* बाल गीतों में प्रमुख गीतों - अटकन-बटकन, फुगड़ी, डॉडीपौहा, भौंरा, कबड्डी गेंड़ी आदि है।
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